धाकड़ CJI(चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया), DY चंद्रचूड़ के जीवन की पूरी कहानी
आपने भारत के वर्तमान सीजेआई(चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया) डी.वाई. चंद्रचूड़ के बारे में सुना तो होगा।
आजकल इनकी चर्चा देश ही नहीं विदेशों में भी है।
CJI DY चंद्रचूड़ को उनके धाकड़ अंदाज और केस की जड़ तक जाकर न्याय सुनाने के लिए जाना जाता है।
जबसे भारत की सबसे बड़ी अदलात, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस DY चंद्रचूड़ बने हैं देश की जनता का भारतीय न्यायपालिका पर भरोसा और बढ़ गया है।
न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर, 1959 को मुंबई में हुआ।
उनके पिता, वाई.वी. चंद्रचूड़, भारत के 16वें मुख्य न्यायाधीश और भारतीय इतिहास में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्य न्यायाधीश थे।
अपनी प्रारंभिक शिक्षा कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल में पूरी की।
इसकेबाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में कला स्नातक की डिग्री हासिल की।
इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से कानून की डिग्री (एलएलबी) प्राप्त की।
आगे की पढ़ाई के लिए वे हार्वर्ड विश्वविद्यालय गए।
जहाँ उन्होंने विधिशास्त्र में स्नातकोत्तर (एल.एल.एम.) और विधिशास्त्र विज्ञान में डॉक्टरेट (एस.जे.डी.) की उपाधि प्राप्त की।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ विवाहित हैं उनकी शादी कल्पना दास से हुई है और उनके चार बच्चे भी हैं दो बेटे और दो बेटियां।
उन्हें 9 नवंबर, 2022 को भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को गोपनीयता का अधिकार, समलैंगिकता का गैर-अपराधीकरण, सबरीमाला फैसला और एडीएम जबलपुर मामले को पलटना जैसे उल्लेखनीय निर्णय और योगदान के लिए जाना जाता है।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ कानून और न्याय के प्रति अपने प्रगतिशील और उदार दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं।